पहचान मेरी यह है की एक उलझी हुई पहेली हूँ मै जिसे ना मै सुलझा पा रहा हूँ और ना किसी से सुलझ पा रहा है जिसने भी इसे सुलझाने की कोशिश की है उसके लिए मेरी जिंदगी एक खोज , पहेली बन गई है ।अपनों की ख़ुशी के लिए जीती इस जिंदगी पर जब जिम्मेदारियों का सामना हुआ तब सबके लिए बोझ बन कर रह गई मेरी जिन्दगी ।
मोहब्बत की राहों में एक शस्ख से टकराया तो उसके लिए एक रोग बन गई मेरी जिंदगी । उनसे बस इतना कहना है की मुझे यूँ ही चाहते रहना हर पल। मेरी आंखो में, मेरी मोहब्बत में , मेरी तन्हाई में , मेरी सांसो में , मेरी जिंदगी में , मेरी तकदीर में , मेरी वजूद में हमेशा तुम बस तुम ही दिखना।
जब मै पीछे मुड़ कर देखा तो महसूस किया की कही कुछ भूल गया हूँ ।तेरी वो बातें, तेरी आँखे, तेरा चेहरा,तेरे लव, तेरी वो अदायें, तेरी मुस्कराहट, तेरा वो खिलखिलाना , खिलखिला कर बाँहों में आना बस और बस यही याद है। सभी कहते है मोहब्बत है खुदा पर मै तो इस मोहब्बत में खुद को भी भूल गया हूँ । न ज़माने के सितम न अपनी वफ़ा याद है मुझे यहाँ तक की इस मोहब्बत में मै अपने आप को भी भूल चूका हूँ। मै क्या था और अब क्या बन गया इस मोहब्बत में ।
Nalini Bhardwaj, Mobile:+917428234824, website: www.cinejagat.in
मोहब्बत की राहों में एक शस्ख से टकराया तो उसके लिए एक रोग बन गई मेरी जिंदगी । उनसे बस इतना कहना है की मुझे यूँ ही चाहते रहना हर पल। मेरी आंखो में, मेरी मोहब्बत में , मेरी तन्हाई में , मेरी सांसो में , मेरी जिंदगी में , मेरी तकदीर में , मेरी वजूद में हमेशा तुम बस तुम ही दिखना।
जब मै पीछे मुड़ कर देखा तो महसूस किया की कही कुछ भूल गया हूँ ।तेरी वो बातें, तेरी आँखे, तेरा चेहरा,तेरे लव, तेरी वो अदायें, तेरी मुस्कराहट, तेरा वो खिलखिलाना , खिलखिला कर बाँहों में आना बस और बस यही याद है। सभी कहते है मोहब्बत है खुदा पर मै तो इस मोहब्बत में खुद को भी भूल गया हूँ । न ज़माने के सितम न अपनी वफ़ा याद है मुझे यहाँ तक की इस मोहब्बत में मै अपने आप को भी भूल चूका हूँ। मै क्या था और अब क्या बन गया इस मोहब्बत में ।
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